Rajan Ram Lakhan Ko Dije

विश्वामित्र की याचना राजन! राम-लखन को दीजै जस रावरो, लाभ बालक को, मुनि सनाथ सब कीजै डरपत हौं, साँचे सनेह बस, सुत प्रभाव बिनु जाने पूछो नाम देव अरु कुलगुरु, तुम भी परम सयाने रिपु दल दलि, मख राखि कुसल अति, अल्प दिननि घर ऐंहैं ‘तुलसिदास’ रघुवंस तिलक की, कविकुल कीरति गेहैं

Gyan Mohi Dije Maharani

देवी स्तवन ज्ञान मोहिं दीजै महारानी मैं धरूँ तिहारो ध्यान, भक्ति मोहिं दीजै महारानी मैं करूँ सदा गुणगान, ज्ञान मोहि दीजै महारानी ब्रह्मा-शिव-हरि तुमको ध्यावे, हे अभीष्ट दानी ऋषि-मुनि जन सब करे वन्दना, हे माँ कल्याणी जय दुर्गे दुर्गति, दुःख नाशिनि अमित प्रभा वाली देवि सरस्वति लक्ष्मी रूपिणि, ललिता, महाकाली कर्णफूल, केयूर अरु कंगन, रत्न […]