श्रीकृष्ण भजन
जीवन के जीवन मनमोहन, वरना मृत्यु समान
उनके भजन बिना यह जीवन केवल है श्मशान
चलती फिरती दिखे देह जो, उसे प्रेत लो जान
व्यर्थ ही इसको नित्य सजाये, आखिर तो अवसान
मिला विवेक प्रभु से हमको, उनका कर गुणगान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *