सेवा धर्म
जो कुछ भी मिलता है हमको, उसमें सबका हिस्सा जान
उससे सुलभ हमें होएगी, निश्चित ही सुख शांति महान
विद्यादान करो अनपढ़ को,रोगी को औषधि का दान
वस्त्रहीन को वस्त्रदान दो, किन्तु न करो जरा अहसान
भूखे को तो भोजन देना, गृह विहीन को आश्रय दान
भूले को सन्मार्ग बता दो, सभी रूप ईश्वर का जान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *