होली
झूमत राधा संग गिरिधर, झूमत राधा संग
अबीर, गुलाल की धूम मचाई, उड़त सुगंधित रंग
लाल भई वृन्दावन-जमुना, भीज गये सब अंग
नाचत लाल और ब्रजनारी, धीमी बजत मृदंग
‘मीराँ’ के प्रभु गिरिधर नागर, छाई बिरज उमंग

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *