श्री अयोध्या धाम
परम धाम साकेत अयोध्या, सुख सरसावनि
हरन सकल सन्ताप, जगत के दुःख नसावनि
सरयू को शुभ नीर, पीर सबई हरि लेवै
हियकूँ शीतल करै अन्त में, प्रभु पद देवै
करें धाम मँह बास जे, ते निश्चत तरि जायँगे
कामी सब अघ मेंटि कें, धाम प्रभाव दिखायँगे

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