हरि भजन
जो बीत गया सो बीत गया, पल भर भी वापस नहीं आये
बहुमूल्य समय धन से बढ़कर, आदर उसका हम कर पाये
यह समय काल है वास्तव में, सबकी जो प्रतिपल उम्र हरे
जो करे समय का सदुपयोग तो, मानो उस पर विजय करे
घर बार धनार्जन कार्यों से अवकाश निकाले नित्य आप
श्रद्धापूर्वक हरि भजन करें, मिट जाये सब संताप ताप

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