होली
लाल भये नँदलाल, साँवरो रंग गयो है
लाल मुकुट, कटि लाल हैं, लाल गले वनमाल
अलकें लाल सुलाल होठ के, दर्शन करें निहाल
ढंग यह आज नयो है
गोप गोपियाँ सभी लाल हैं, और बज रही ताल
ढोल मृदंग झाँझ सब बाजे, नभ में लाल गुलाल
अनोखो फाग छयो है
गगन लाल अरु घटा लाल है, और दिशाये लाल
बरस रह्यो रँग राधा के संग, सब मिल करें धमाल
अधिक आनन्द भयो है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *